कंप्यूटर क्या है | कंप्यूटर के आवश्यक भाग | कंप्यूटर की विशेषताएं

दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम जानेंगे कि कंप्यूटर क्या है ( what is computer )। इसका उपयोग क्या है तथा आज के समय में कंप्यूटर की विशेषताएं हैं। दोस्तों कंप्यूटर को सरल शब्दों में कहा जाए तो कंप्यूटर एक ऐसा इलेक्ट्रॉनिक्स यंत्र है जो कि अनेकों प्रकार की सूचनाओं को एकत्रित करता है। तथा हमारी आवश्यकता अनुसार उस सूचना को सुनियोजित ढंग से हमारे समक्ष प्रस्तुत करता है। दोस्तों कंप्यूटर जटिल से जटिल घटनाओं को भी बहुत ही आसानी से तेज गति से बिना किसी त्रुटि के संपन्न करता है।

कंप्यूटर की उत्पत्ति कंप्यूट शब्द से हुई है इसका अर्थ होता है। गिनती अथवा गणना करना दोस्तों इस शब्द के अनुसार हम कंप्यूटर को परिभाषित कर सकते हैं कि कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक प्रणाली है। क्योंकि हमारे डाटा को प्रोसेस करके उसे सूचनाओं के रूप में सेव करता है और हमारी आवश्यकता अनुसार हमें प्रदर्शित करता है। उदाहरण के तौर पर यदि समझाएं कि हमें कुछ एंपलॉयर्स की भर्ती करने के लिए एक सूची तैयार करनी है। तो हम अनेकों व्यक्तियों के बायोडाटा को विद्यार्थी के नाम उनके अंक उनकी पर्सनल डिटेल जैसे की उम्र लिंग आदि इनको कंप्यूटर में सेव करते हैं। और कंप्यूटर को हम इंस्ट्रक्शन दें तो वह हमें हमारी रिक्वायरमेंट के अनुसार हमें उन विद्यार्थियों का डाटा एक बार में प्रदर्शित कर देता है। दोस्तों यही कहलाता है बेटा की प्रोसेसिंग करना अर्थात गणना करना।

कंप्यूटर के आवश्यक भाग

दोस्तों कोई भी कंप्यूटर विशेष रूप से हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर इस साथ मिलकर बना हुआ होता है। दोस्तों इन दोनों शब्दों के अर्थ तथा इनके सभी प्रकार के डिवाइस को हम विस्तृत आगे समझने वाले हैं। दोस्तों हार्डवेयर कंप्यूटर का वह हिस्सा होता है। जिन्हें हम अपने हाथों से छू सकते हैं। एवं उन्हें देख सकते हैं। तथा उसका अनुप्रयोग उनकी आवश्यकता अनुसार कर सकते हैं। दोस्तों सॉफ्टवेयर वह होता है। जो कि कंप्यूटर में वर्चुअल तरह से प्रजेंट होता है। अर्थात हम इसे छू नहीं सकते परंतु इसका उपयोग कर सकते हैं। इसकी आवश्यकता के अनुसार दोस्तों चलिए हार्डवेयर तथा सॉफ्टवेयर को विवरणात्मक रूप से समझते हैं।

कंप्यूटर हार्डवेयर

दोस्तों कंप्यूटर हार्डवेयर कंप्यूटर में पाए जाने वाले यांत्रिक विद्युत तथा इलेक्ट्रॉनिक्स भाग कहलाते हैं। जिन्हें हम आसानी से छूकर महसूस कर सकते हैं। एवं यह कंप्यूटर के साथ कनेक्ट होकर कंप्यूटर के द्वारा होने वाले विभिन्न प्रकार के कार्यों में कंप्यूटर की सहायता करते हैं। तथा हमें कंप्यूटर का उपयोग करने में सहायता करते हैं। दोस्तों कंप्यूटर के विभिन्न हार्डवेयर निम्नलिखित हैं

  • सीपीयू सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट
  • इनपुट डिवाइस
  • आउटपुट डिवाइस

सीपीयू ( CPU – Central Processing Unit )

दोस्तों सीपीयू कंप्यूटर का दिमाग माना जाता है। सीपीयू की सहायता से कंप्यूटर अपने अंदर उपस्थित सभी प्रकार के प्रोग्राम को क्रियान्वित करता है। तथा अपने साथ जुड़े हुए सभी भाग जैसे कि मेमोरी इनपुट डिवाइस आउटपुट डिवाइस के कार्यों को नियंत्रित करके उनका सही ढंग से संचालन करता है। दोस्तों जिस प्रकार हमारा मस्तिष्क होता है। उसी प्रकार से सीपीयू कंप्यूटर का मस्तिष्क माना जाता है। जैसे हम हमारे मस्तिष्क के द्वारा ही अपने शरीर के सभी अंगो का संचालन करते हैं। उसी प्रकार से सीपीयू के द्वारा ही एक कंप्यूटर अपने सभी डिवाइस का संचालन करता है।

दोस्तों सीपीयू यह सभी कार्य अपने कुछ महत्वपूर्ण भागों की सहायता से करता है यह सभी भाग निम्नलिखित हैं

  • कंट्रोल यूनिट
  • ए एल यू अर्थमैटिक एंड लॉजिकल यूनिट
  • मेमोरी यूनिट

कंट्रोल यूनिट

दोस्तों कंट्रोल यूनिट को सीपीयू के दिमाग समझा जाता है। तो दोस्तों किसी भी सीपीयू में उपस्थित कंट्रोल यूनिट उस सीपीयू के द्वारा जुड़े हुए सभी हार्डवेयर की सभी प्रकार की क्रियाओं को नियंत्रित और संचालित करती है। दोस्तों कंट्रोल यूनिट ही वह यूनिट होती है। जो मेमोरी यूनिट तथा ए एल यू के मध्य में डाटा का आदान प्रदान करती है। तथा उसे संचालित करती है दोस्तों को कंप्यूटर में जुड़े हुए सभी प्रकार के इनपुट आउटपुट डिवाइस ओर से आने वाले विद्युत संकेतों को समझता उससे सही डिवाइस तक पहुंचाने का कार्य कंट्रोल यूनिट का ही होता है। तथा सिस्टम से गणना की हुई इंफॉर्मेशन को यूजर को तक पहुंचाने के लिए सही साधन यह सही डिवाइस तक सिग्नल को भेजने का कार्य कंट्रोल यूनिट के द्वारा ही होता है।

एएलयू अर्थमैटिक एंड लॉजिकलयूनिट ( ALU – Arithmetic Logic Unit )

दोस्तों ए एल यू अर्थमैटिक एंड लॉजिकल यूनिट को हम इसकी नाम के अनुसार ही समझ सकती हैं। कि यह वह यूनिट होती है। जिस पर डाटा की अंकगणितीय क्रियाएं जैसे कि जोड़ना घटाना गुणा भाग तथा लॉजिकल अर्थात तर्क के क्रियाएं जैसे कि एंड और नॉट यह सभी प्रकार की क्रियाओं को यह न्यू यूनिट के द्वारा ही संचालित किया जाता है। दोस्तों ए एल यू कंट्रोल यूनिट से निर्देश लेता है। तथा मेमोरी यूनिट से डाटा प्राप्त करता है। फिर इन सभी को प्रोसेसिंग करके अति तीव्र गति से करता है। और उसे वापस मेमोरी यूनिट तथा कंट्रोल यूनिट के पास भेज देता है। दोस्तों यह लो लगभग 1000000 गणना है। प्रति सेकंड की गति से करता है इसी कारण से दोस्तों हम कंप्यूटर से कम समय में बहुत सारी गणना करने में सक्षम होते हैं।

मेमोरी यूनिट ( Memory Unit )

दोस्तों मेमोरी यूनिट वह यूनिट होती है। जहां हमारा डाटा निर्देश तथा परिणाम संग्रहित होता है। दोस्तों यह कंप्यूटर का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। जैसे कि किसी मनुष्य के दिमाग में याददाश्त रहती है। उसी भांति कंप्यूटर की सभी जानकारियां तथा डाटा मेमोरी यूनिट में सेव होता है। जिसे प्रोसेसिंग के द्वारा आवश्यकता पड़ने पर लेता है। तथा यूजर की आवश्यकता होने पर उसी प्राप्त होता है। दोस्तों कंप्यूटर में सबसे महत्वपूर्ण प्राथमिक मेमोरी जिसे हम मीन मेमोरी भी कहते हैं। यही हमारे सभी प्रकार की जरूरी जानकारियों को अपनी यूनिट में है सेव रखती है। दोस्तों मेमोरी यूनिट के बारे में विस्तृत जानकारी में अपनी अपनी पोस्ट पर अलग पोस्ट पर आपको जरूर प्रदान करूंगा परंतु आप अभी इस पोस्ट के माध्यम से समझ सकते हैं। कि मेमोरी यूनिट यूनिट होती है जहां पर हमारे कंप्यूटर का डाटा सेव होता है।

इनपुट डिवाइस

दोस्तों इनपुट डिवाइस वे होते हैं। जिनकी सहायता से हम अपने कंप्यूटर को डाटा अथवा अपने निर्देश को प्रदान करते हैं। अथवा प्रेषित करते हैं दोस्तों वह सारे डिवाइस इनपुट डिवाइस कहलाते हैं। जो कि हमारे द्वारा संपर्क में आकर कंप्यूटर के साथ कम्युनिकेशन करने की सुविधा प्रदान करते हैं। दोस्तों कंप्यूटर में उपस्थित लगभग सभी प्रकार के इनपुट डिवाइस डाटा तथा निर्देशों को कंप्यूटर के समझने योग्य डिजिटल भाषा अर्थात जीरो और वन के रूप में परिवर्तित करके कंप्यूटर को प्रदान करते हैं। दोस्तों कुछ कंप्यूटर की महत्वपूर्ण इनपुट डिवाइस निम्नलिखित हैं।

  1. कीबोर्ड
  2. माउस
  3. जॉय स्टिक 
  4. स्कैनर
  5. टच स्क्रीन

आउटपुट डिवाइसेज

दोस्तों कंप्यूटर में उपस्थित आउटपुट डिवाइस वे डिवाइस कहलाते हैं। जिनके माध्यम से कंप्यूटर हमें हमारे दिए हुए निर्देश के अनुसार की हुई गणना हो की परिणामों को प्रदर्शित करते हैं। वह डिवाइस जिन के माध्यम से हम उन प्रदर्शित परिणामों को प्राप्त कर पाते हैं। उन्हें हम आउटपुट डिवाइस कहते हैं। दोस्तों इन डिवाइस के माध्यम से हम परिणाम को डिजिटल अथवा हार्डवेयर के फॉर्म में अपने परिणाम को प्राप्त करते हैं। दोस्तों कुछ आउटपुट डिवाइस निम्नलिखित हैं। जिनके माध्यम से यह हम आउटपुट प्राप्त करते हैं।

  1. मॉनिटर
  2. प्रिंटर
  3. स्पीकर

कंप्यूटर सॉफ्टवेयर

दोस्तों कंप्यूटर में उपस्थित सॉफ्टवेयर वह छोटे छोटे से प्रोग्रामों के समूह होते हैं। जिनके माध्यम से हम अपने निर्देशों को गणनाओं को सुचारू रूप में गणना प्राप्त करते हैं। दोस्तों कंप्यूटर सॉफ्टवेयर को परिभाषित किया जाए तो हम यह कह सकते हैं। कि यदि हमें कोई भी एक विशेष करना करनी है। उसके लिए हमें कंप्यूटर में उस गणना के लिए प्रोग्राम डालना होगा। तथा दोस्तों अनेकों प्रकार की गणना की प्रोग्राम का एक योजनाबद्ध समूह सॉफ्टवेयर कहलाता है। दोस्तों कंप्यूटर में उपस्थित सॉफ्टवेयर हम उसे ना तो देख सकते हैं ना ही छू सकते हैं। सिर्फ हम कंप्यूटर की सहायता से उसकी और अपने मध्य में संपर्क स्थापित कर सकते हैं। दोस्तों कंप्यूटर में उपस्थित सॉफ्टवेयर निम्नलिखित प्रकार की होती हैं।

दोस्तों सिस्टम सॉफ्टवेयर के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप हमारी इस पोस्ट को पढ़ सकते हैं तथा दोस्तों एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर है सॉफ्टवेयर कहलाते हैं उदाहरण के लिए MS-Office, MS-Excel, MS-Powerpoint आदि

दोस्तों इन सभी प्रकार के सॉफ्टवेयर ओं की विस्तृत जानकारी अपने आगामी पोस्टों में देने की कोशिश करूंगा

कंप्यूटर की विशेषताएं

  1. दोस्तों कंप्यूटर हमारी डाटा तथा इंफॉर्मेशन को सही तरीके से सेव करके रख सकता है। उस इंफॉर्मेशन को हमारी आवश्यकता पड़ने पर तीव्र गति से हमारे सामने प्रस्तुत भी कर सकता है।
  2. कंप्यूटर के माध्यम से हम अनेकों प्रकार की गणना है। अपने कार्यों को बिना किसी त्रुटि के कर सकते हैं। तथा बहुत ही अल्प समय में अपनी जटिल से जटिल गणना होगा का उत्तर आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
  3. दोस्तों कंप्यूटर की एक्यूरेसी अर्थात इससे प्राप्त होने वाली जानकारियां गणना एक्यूरेट होना। इसकी सबसे बड़ी विशेषता है दोस्तों हम अपनी किसी भी प्रकार की घटनाओं को बड़ी आसानी से इसके माध्यम से एक्युरेटली प्राप्त कर सकते हैं।
  4. दोस्तों कंप्यूटर की स्पीड भी एक कंप्यूटर की प्रमुख विशेषता है। अर्थात इसके माध्यम से हम कई लाखों-करोड़ों गुना भागों को बड़े ही कम समय इससे कम समय में गणनायक करके इसके माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।
  5. दोस्तों कंप्यूटर के माध्यम से ना सिर्फ हम गणनायक करते हैं। अपितु हम अपने डेटा तथा अपने इंफॉर्मेशन को इस पर सुरक्षित रखते हैं। जिन्हें हम कई वर्षों तक सुरक्षित रख सकते हैं तथा अपनी आवश्यकता पड़ने पर बहुत ही कम समय पर उसे प्राप्त कर सकते हैं।

निष्कर्ष

दोस्तों इस पूरे पोस्ट को पढ़कर हम यह समझ सकते हैं। कि आखिर कंप्यूटर होता क्या है ( what is computer ) इसकी सबसे जरूरी विशेषताएं क्या-क्या होती हैं। तथा आखिर कंप्यूटर कार्य करने के लिए किन किन भावों का उपयोग करता है। दोस्तों हम आज के युग में देखें तो लगभग हर जगह पर कंप्यूटर अपनी विश्वसनीयता के आधार पर अपना एक सबसे महत्वपूर्ण स्थान सुनिश्चित कर चुका है। जिससे अभी अलग कर पाना लगभग मुश्किल है दोस्तों आज हम देखते हैं। हर ऑफिस हॉस्पिटल सभी जगह पर कंप्यूटर के माध्यम से हम अपने कार्यों को बड़ी ही सरलता व सहजता के साथ कर पाते हैं।

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